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उत्तर प्रदेश: लोन पर लिया मकान, जब बेचना चाहा तो आड़े आए जातिवादी, तंग आकर दलित ने की ख़ुदकुशी!

यूपी/बरेली: जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नीरज (45) जो वार्ड ब्वाय के पद पर कार्यरत थे, बीते 25 अक्टूबर को अपने घर पर ख़ुदकुशी कर लिए. नीरज के परिजनों का आरोप है कि नीरज ने अपने बचत के पैसों से जमीन खरीदी थी जिसे पड़ोसी बेचने नहीं दे रहे थे, साथ ही नीरज पर जातिगत टिप्पणी करके अपमानित करते रहते थे. इससे आजिज आकर नीरज ने आत्महत्या कर लिया.

बरेली भीम आर्मी जिला उपाध्यक्ष सैम मैसी ने द मूकनायक को बताया कि इस घटना के बाद परिवार के लोग बदहवास हैं, कोई कुछ भी बोल पाने में असमर्थ है. उन्होंने पीड़ित परिवार के किसी एक परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है.

नीरज ने आत्महत्या से पहले कथित रूप से एक वीडियो बनाया था, जिसके बारे में बताया जा रहा है कि पुलिस ने परिजनों से उसे डिलीट करवा दिया. वीडियो में नीरज ने शब्द थे:

"मेरा मकान डेलापुर कैलाशपुरम में है. जिसे मैंने आधार फाइनेंस के द्वारा लोन पर लिया था. मेरा पड़ोसी राम भरोसे है. जब से मकान लिया हूँ मुझे रहने नहीं दिया जा रहा है. मेरे मकान की कंडीशन बहुत खराब है। क्योंकि मुझे यहां रहने नहीं दिया जाता है। आए दिन कोई न कोई बवाल मेरे साथ होता है। उसकी वजह है कि मेरे पास पैसा नहीं है।

आज से तीन साल पहले मैं थाने गया, जब मेरे साथ बवाल हुआ था। लिखित में मैं एप्लीकेशन लेकर पुलिस को दिया तो उन्होंने कचरा समझकर डाल दिया। जैसे कोई बात ही नहीं है। क्योंकि मेरा पड़ोसी पैसे वाला है। दबंग आदमी है। वो पैसा देकर थाने में दबाव बनाता है। मैं सीधा सज्जन आदमी हूं। क्योंकि मकान खरीदने के बाद अब मेरे पास इतना पैसा नहीं है, कि मैं कोर्ट कचहरी करूं या अपने बच्चों को पालू और परिवार भी चला सकूं।

आज जब मैं उस लेडीज को मकान दिखाने आया था तो यहां से मकान दिखाने के बाद थोड़ी दूर पहुंचा तो राम भरोसे के दोनों लड़कों ने मुझे रास्ते में रोक लिया।

मुझसे बोले- किसको लेकर आया है, बेचेगा ये मकान तू। अगर तूने मकान बेचने के बारे में सोचा तो तूझे जान से मार देंगे। तू किसी चीज में हमसे नहीं जीत पाएगा। ताकत में, सोर्स में और पैसे में।

अब बताइए मैं क्या करूं.... इतना परेशान हूं कि आपसे कुछ कह नहीं सकता। बरेली प्रशासन, डीएम, पुलिस कमिश्नर और एसएसपी साहब से निवेदन है कि मुझे इसने इतना टॉर्चर कर दिया है कि न तो ये मुझे मकान में रहने देता है और न ही मकान बेचने देता है।

आज मैं जो इतना बड़ा कदम उठा रहा हूं, इसकी मौत का कारण रामभरोसे और उसके दोनों बेटे हैं।"

जाहिर है कि नीरज अपनी सबसे बड़ी गलती मकान खरीदने को बताता है। पुलिस के रवैये पर भी नीरज ने सवाल उठाए हैं। वीडियो के सामने आने पर पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। अपने परिजनों के साथ पत्नी ने इज्जतनगर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पड़ोसी पिता और पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है।

इंस्पेक्टर इज्जतनगर ने बताया कि घटना के बारे में मुकदमा चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमें में जमीन बेचने वाले राजवीर का नाम भी शामिल है।

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