सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) — जिले के रॉबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र में देर रात उस समय सनसनी फैल गई जब नगर पालिका के बढ़ौली वार्ड में एक 65 वर्षीय दलित वृद्ध देवकी भारती को गोली मार दी गई। पहले इस घटना को जमीन विवाद से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन पुलिस की शुरुआती जांच और आरोपियों के बयान के बाद जो सच सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया।
गोली चलने से इलाके में मचा हड़कंप
घटना शनिवार देर रात करीब 1:30 बजे की है। स्थानीय लोगों ने अचानक गोली चलने की आवाज सुनी और जब तक कुछ समझ पाते, वृद्ध देवकी भारती लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े मिले। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया।
आरोपियों ने कबूला जुर्म, वजह और भी चौंकाने वाली
पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों — पंकज पांडेय, अनिल चौबे और अजय सिंह — को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों युवकों ने बताया कि वृद्ध व्यक्ति अक्सर शराब के नशे में उनके साथ गाली-गलौज करता था। आरोपियों के मुताबिक, घटना की रात भी जब वे नशे में थे और वृद्ध ने गालियां दीं, तो उन्होंने आपा खो दिया और गोली चला दी।
पहले जमीन विवाद माना गया, फिर निकली नशे और झगड़े की सच्चाई
शुरुआती जानकारी में इस घटना को जमीन विवाद से जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन पुलिस जांच में सामने आया कि विवाद की जड़ दरअसल शराब और आपसी झगड़े थे। एएसपी अनिल कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि देवकी भारती अपने घर पर सोए हुए थे, तभी तीनों आरोपी वहां पहुंचे और गोली मार दी।
स्थानीय लोगों में दहशत, पुलिस कर रही असलहे की जांच
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश दोनों है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घटना में किस हथियार का उपयोग किया गया और वह हथियार कहां से आया। पुलिस ने असलहे की बरामदगी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
सोशल एंगल भी अहम
यह मामला केवल एक व्यक्तिगत झगड़े तक सीमित नहीं है। चूंकि पीड़ित व्यक्ति दलित समुदाय से हैं, ऐसे में इस घटना ने सामाजिक रूप से संवेदनशील पहलू भी जोड़ दिए हैं। हालांकि, पुलिस अभी इसे आपसी विवाद की ही संज्ञा दे रही है।