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MP: "तुम मेरी जाति की नहीं इसलिए शादी नहीं कर सकता"- लिव-इन में रह रहे प्रेमी ने तीन साल बाद तोड़ा रिश्ता, FIR दर्ज

भोपाल। राजधानी के मिसरोद थाना क्षेत्र में एक युवती ने शादी का झांसा देकर तीन साल तक यौन शोषण करने वाले युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि युवक ने लिव-इन में रहने के दौरान कई बार शारीरिक संबंध बनाए, लेकिन जब विवाह की बात आई तो उसने जातिगत भेदभाव का हवाला देकर शादी से इनकार कर दिया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने युवक के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

कैसे शुरू हुआ प्रेम प्रसंग?

एसआई श्वेता शर्मा ने बताया कि पीड़िता मूलतः बैतूल की रहने वाली है और भोपाल में प्राइवेट नौकरी करती है। करीब पांच साल पहले उसकी जान-पहचान एक दोस्त के माध्यम से सूरज इनवाती नामक युवक से हुई थी, जो दानिश नगर में रहता है। धीरे-धीरे यह जान-पहचान दोस्ती और फिर प्रेम में बदल गई। वर्ष 2021 में सूरज ने युवती को अपने घरवालों से मिलवाया और उसे भरोसा दिलाया कि वह उससे शादी करेगा।

इसके बाद दोनों ने एक किराए के मकान में साथ रहना शुरू कर दिया। युवती के अनुसार, सूरज ने शादी का वादा करके उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। शुरुआत में तो उसने वादा निभाने की बात कही, लेकिन धीरे-धीरे उसका रवैया बदलता गया। पिछले साढ़े तीन सालों से वह लगातार पीड़िता का यौन शोषण करता रहा।

पीड़िता ने बताया कि 27 जून 2025 को भी सूरज ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। जब उसने शादी का दबाव डाला, तो आरोपी ने उससे साफ शब्दों में कह दिया कि वह उससे शादी नहीं करेगा क्योंकि वह उसके समाज की नहीं है। उसने कहा कि वह अपनी मां की मर्जी से अपने समाज की लड़की से ही विवाह करेगा।

जब तक मेरी शादी नहीं होती, रहना है तो रह लो!

आरोपी सूरज ने युवती से कहा कि जब तक उसकी शादी नहीं हो जाती, वह चाहे तो उसके साथ लिव-इन में रह सकती है, लेकिन वह शादी नहीं करेगा। इस बात से आहत होकर युवती ने शनिवार को मिसरोद थाने में जाकर मामला दर्ज कराया।

एसआई श्वेता शर्मा ने बताया कि पुलिस ने युवती की शिकायत पर सूरज इनवाती के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है।

NCRB के आंकड़े

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों की दर लगातार बढ़ रही है।

एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 4,28,278 की तुलना में 4% की वृद्धि है। वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% (1,49,404 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में भी बच्चों के खिलाफ मामले बढ़े हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में साल 2022 में 758 अपराध बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए।

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