MP: लापता नाबालिग आदिवासी लड़की से पहले कई बार किया रेप फिर बेचा, 5 आरोपी गिरफ्तार

12:15 PM Oct 23, 2024 | Ankit Pachauri

भोपाल। मध्य प्रदेश के जबलपुर में प्रेमी से मिलने घर से गई 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को पुलिस ने टीकमगढ़ से बरामद किया है। मामले में पुलिस ने नाबालिग को बेचने और उसके साथ 25 से अधिक बार बलात्कार करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह पहले भी कई लड़कियों और महिलाओं को शादी के नाम पर बेच चुका है। जबलपुर एसएसपी सोनाली दुबे ने इस गिरोह के मानव तस्करी के बड़े रैकेट से जुड़े होने की संभावना जताई है।

बरगी थाना क्षेत्र की 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली 14 साल की आदिवासी नाबालिग लड़की इंस्टाग्राम और फेसबुक पर चैटिंग किया करती थी। इसी दौरान उसकी दोस्ती भेड़ाघाट के रहने वाले राहुल नामक युवक से हुई। अगस्त 2024 में दोनों घर से भाग गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बरामद कर लड़की को परिजनों के हवाले कर दिया और राहुल को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने राहुल को जमानत देते हुए लड़की से बात न करने और उसके गांव न जाने की सख्त हिदायत दी थी, जिसके बाद राहुल ने उससे संपर्क तोड़ लिया।

इसके बाद, 12 सितंबर 2024 को लड़की रात के समय घर से बिना बताए फिर चली गई और राहुल के दोस्त राजा से संपर्क किया। राजा ने लड़की को बहला-फुसलाकर छतरपुर जिले के कवैयाखेड़ा गांव ले जाया, जहां राजा और उसके सहयोगियों ने नाबालिग के साथ कई बार बलात्कार किया और फिर उसे 95 हजार, रुपए में एक अधेड़ व्यक्ति को बेच दिया।

पिता के फोन कॉल से हुआ खुलासा

करीब एक महीने तक गायब रहने के बाद, 10 अक्टूबर 2024 की रात नाबालिग ने अपने पिता को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। पिता ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने टीकमगढ़ के अंतुरा गांव में दबिश देकर नाबालिग को आरोपी प्रकाश के घर से बरामद किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।

प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने छतरपुर के कवैयाखेड़ा गांव में दबिश दी और मुख्य आरोपी शशि, उसके पति पूरन, बेटा सूरज और राजा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनकी पांच दिन की रिमांड ली है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह पहले भी आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसलाकर दूसरे जिलों में ले जाकर बेचने में शामिल रहा है।

जबलपुर एसएसपी सोनाली दुबे ने कहा, "पूछताछ में शशि यादव ने स्वीकार किया है कि उसने पहले भी कई महिलाओं और लड़कियों को शादी के नाम पर दूसरे जिलों में बेचने का काम किया है। मानव तस्करी के इस रैकेट की गहन जांच की जा रही है और हमें उम्मीद है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी जल्द खुलासा होगा।"