भोपाल। उज्जैन जिले के बड़नगर में सोमवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित ‘संविधान बचाओ रैली’ भाजपा सरकार पर तीखे हमलों का मंच बन गई। रैली में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल हुए। भारी भीड़ और जनसमर्थन के बीच नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा सरकार जनता की आवाज़ को कुचलने का प्रयास कर रही है।
रैली में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश और प्रदेश में संविधान को कमजोर करने की साजिश चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी, किसानों को नुकसान, महिलाओं को असुरक्षा और दलित-आदिवासियों को अपमान ही दिया है। जीतू पटवारी ने जनता से अपील की कि वह संविधान की रक्षा के लिए एकजुट हो, क्योंकि जब संविधान बचेगा, तभी गरीब, मजदूर, किसान और हर नागरिक का अधिकार बचेगा।
अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “अगर किसान एमएसपी मांगता है, युवा रोजगार की बात करता है, दलित और आदिवासी अपने अधिकारों की बात करते हैं, तो इसमें क्या गलत है? ये मांगें संविधान के तहत दिए गए अधिकार हैं। भाजपा इन अधिकारों को ‘राजनीतिक मांग’ कहकर बदनाम कर रही है, लेकिन कांग्रेस ऐसा होने नहीं देगी।”
उन्होंने कहा कि यह रैली सिर्फ किसी एक वर्ग के लिए नहीं है, बल्कि संविधान और उसके द्वारा दिए गए प्रत्येक नागरिक के अधिकारों की रक्षा के लिए है। “भाजपा गुमराह कर रही है कि ये रैली केवल दलितों और आदिवासियों के लिए है, लेकिन हमारी आवाज देश के हर व्यक्ति के लिए है जो न्याय, समानता और सम्मान चाहता है,”
400 सीटों का सपना दिखाकर संविधान बदलने की बात करने वालों को जनता ने 240 पर पटक दिया: सिंघार
उमंग सिंघार ने भाजपा के नेताओं द्वारा दिए गए उस बयान पर भी तीखा हमला बोला जिसमें उन्होंने 400 सीटें मिलने पर संविधान बदलने की बात कही थी। उन्होंने कहा, “जनता ने जवाब दे दिया है। जो लोग संविधान बदलने का सपना देख रहे थे, उन्हें जनता ने 240 सीटों तक सीमित कर दिया। यह लोकतंत्र की ताकत है।”
अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला और सरकार की चुप्पी
सिंघार ने देश में लगातार घटती अभिव्यक्ति की आज़ादी पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे डराया और दबाया जा रहा है। “कॉमेडियन कुणाल कामरा ने जब सत्ता से सवाल किया, तो उसका स्टूडियो तोड़ दिया गया। यह लोकतंत्र के मूल्यों पर सीधा हमला है,”
मध्य प्रदेश सरकार पर भी बरसे – “यह किसानों की नहीं, दलालों की सरकार है”
प्रदेश की मोहन यादव सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि इस बार गेहूं की सरकारी खरीदी महज 40 प्रतिशत ही हुई है। “किसान अपने गेहूं के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन सरकार का ध्यान दलाली में है। यह किसानों की सरकार नहीं रही, अब यह कमीशनखोरों की सरकार बन चुकी है,” उन्होंने आरोप लगाया।
बड़नगर में शराब दुकान और सट्टा, जुआ का मुद्दा उठाया
सिंघार ने बड़नगर में रेलवे स्टेशन के पास खुली शराब की दुकान पर नाराजगी जताई और कहा कि ऐसी दुकानों से युवाओं को नशे की ओर धकेला जा रहा है। उन्होंने दुकान को तत्काल बंद करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बड़नगर सहित पूरे प्रदेश में सट्टा, जुआ और नशा तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन भाजपा नेताओं को इन मुद्दों पर बोलने में दिलचस्पी नहीं है।
सोने की ईंटों और घोटालों पर सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने सौरभ शर्मा के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि सोने की ईंटों की बरामदगी के बाद भी मुख्यमंत्री चुप हैं। “डायरी में किसके नाम हैं? इसका खुलासा क्यों नहीं हो रहा? ये जनता का अधिकार है जानना कि भ्रष्टाचार में कौन-कौन शामिल हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अधिकारियों के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी सियासी गोलियां चला रही है। “मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों पर जमीन घोटालों के आरोप हैं, लेकिन सरकार मौन है। शराब महंगी कर दी गई ताकि ज्यादा कमीशन बंट सके, लेकिन ये नहीं बताया गया कि वह पैसा किसकी जेब में जा रहा है।”
“संविधान बचाने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत से मैदान में है”
रैली के अंत में उमंग सिंघार ने जनता को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा और नागरिकों के अधिकारों की लड़ाई में पूरी मजबूती से खड़ी है। “हम संविधान बचाने की लड़ाई हर गली, हर गांव और हर मंच पर लड़ेंगे। हमारा हर विधायक और कार्यकर्ता जनता के साथ खड़ा है,” उन्होंने कहा।