भोपाल। मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का एक बयान इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने जबलपुर में आयोजित सिविल डिफेंस के एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “पूरा देश, सैनिक और देश की सेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक है।” इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद उन पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
यह बयान नेताजी सुभाषचंद्र बोस कन्वेंशन सेंटर, जबलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया गया। उप मुख्यमंत्री देवड़ा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का ज़िक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा, “आतंकियों ने धर्म पूछकर पर्यटकों की हत्या की। महिलाओं के सामने उनके पतियों को गोली मार दी गई। इस घटना से पूरा देश आक्रोश में था। मेरे मन में भी बहुत गुस्सा था।”
डिप्टी सीएम ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “जिन आतंकवादियों ने महिलाओं के सिंदूर मिटाए और जो उन्हें पाल रहे हैं, जब तक उन्हें खत्म नहीं कर देते, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।”
पीएम मोदी को बताया देश और सेना की प्रेरणा
देवड़ा ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जो जवाब दिया है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। पूरा देश और सेना उनके चरणों में नतमस्तक है।”
सोशल मीडिया पर आलोचना
डिप्टी सीएम देवड़ा के इस बयान पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग उनके बयान को देशभक्ति की भावना से प्रेरित मान रहे हैं। वहीं, कई लोगों ने इसे असंवैधानिक और सेना का अपमान बताकर आलोचना की है।
कई पूर्व सैनिकों और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि “भारतीय सेना किसी व्यक्ति विशेष के प्रति नहीं, बल्कि राष्ट्र और संविधान के प्रति निष्ठावान होती है।”
विपक्ष ने किया बयान का विरोध
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भी इस बयान पर आपत्ति जताई है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, “सेना का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा कहना कि सेना किसी नेता के चरणों में है, सेना की गरिमा का अपमान है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि सेना भारत के लोकतांत्रिक ढांचे की एक संवैधानिक संस्था है, जिसकी निष्ठा सिर्फ और सिर्फ संविधान और राष्ट्र के प्रति होती है, न कि किसी राजनीतिक दल या नेता के प्रति। इस तरह के बयानों से लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक-सेना संबंधों की मर्यादा प्रभावित होती है।
डिप्टी सीएम ने दी सफाई
डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने अपने विवादित बयान पर शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। जबलपुर में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों के एक समारोह में उन्होंने कहा था कि “पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए देश, सेना और सैनिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक हैं।” इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने इंदौर में कहा कि उनका आशय भारतीय सेना के पराक्रम को प्रणाम करने का था, न कि किसी राजनीतिक व्यक्ति को।
देवड़ा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष उनके बयान को ‘ईर्ष्या के भाव’ से तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना ने जो पराक्रम दिखाया, उसी के सम्मान में उन्होंने उक्त बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा कि सेना का अपमान करना तो दूर, वे सेना के त्याग और बलिदान के सच्चे सम्मानकर्ता हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि एक मंत्री कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बताते हैं, और दूसरे मंत्री सेना को मोदी के चरणों में नतमस्तक बताते हैं, जबकि मुख्यमंत्री सवाल पूछे जाने पर झल्ला जाते हैं। पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा इन मंत्रियों को संरक्षण दे रही है, और लगता है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सेना के अपमान का एक प्रायोजित कार्यक्रम चला रखा है। कांग्रेस ने शनिवार को पूरे प्रदेश में इन मंत्रियों के खिलाफ पुतले जलाने का ऐलान किया है।