भोपाल। मध्य प्रदेश की विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में बुधवार शाम 6 बजे तक मतदान सम्पन्न हुआ, जिसमें दोनों ही स्थानों से छिटपुट घटनाएं सामने आईं। इन चुनावों में विजयपुर में भाजपा के वन मंत्री रामनिवास रावत और कांग्रेस के मुकेश मल्होत्रा, जबकि बुधनी में भाजपा के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच सीधी टक्कर है।
विजयपुर में आरोपों के बाद चक्काजाम और विरोध
विजयपुर के तेलीपुरा पोलिंग बूथ पर मतदान के दौरान आदिवासी समुदाय ने फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए श्योपुर-मुरैना रोड पर चक्काजाम कर दिया। उनका कहना था कि रावत समाज के लोग फर्जी वोट डाल रहे हैं जबकि आदिवासी समुदाय के लोगों को वोट डालने से रोका जा रहा है। इसी प्रकार, अंधीपुरा गांव में भी कुछ मतदाताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें मतदान से रोका। खाड़ी और केसी गांव के लोगों ने भी बूथ कैप्चरिंग और मारपीट की शिकायतें दर्ज कराईं।
कांग्रेस का 'घंटी बजाओ' प्रदर्शन
कांग्रेस ने विजयपुर में धांधली के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग के भोपाल कार्यालय के बाहर 'घंटी बजाओ' प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है और वे उसे जगाने आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "मध्यप्रदेश में लोकतंत्र अपनी आखिरी सांसें ले रहा है।" उन्होंने आयोग से मतदाताओं को उनके संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करने देने का आग्रह किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस चुनाव आयोग पर दबाव बना रही है ताकि स्थिति को अपने पक्ष में किया जा सके।
कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा को पुलिस ने हिरासत में लिया
विजयपुर के कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की पत्नी ने बताया कि मतदान के दौरान पुलिस ने उनके पति को हिरासत में ले लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की कई गाड़ियाँ उनके घर पहुँचीं और उन्हें अपने साथ ले गईं। कराहल के थाना प्रभारी भारत सिंह ने बताया कि मुकेश मल्होत्रा को सुरक्षा कारणों से पुलिस ने संरक्षण में रखा है और मतदान केंद्रों पर निरीक्षण कराया जा रहा है।
निष्पक्ष चुनाव की मांग
इन घटनाओं के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि सभी मतदाताओं को अपने संवैधानिक अधिकार का सही उपयोग करने का अवसर मिल सके। वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर चुनाव आयोग पर दबाव डालने का आरोप लगाया।