लखीमपुर में दलित बच्चे की संदिग्ध हत्या को सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने बताया चिंताजनक, उठाई न्याय की मांग

11:00 AM Jul 07, 2025 | Rajan Chaudhary

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक 8 वर्षीय दलित बच्चे का शव केले के खेत में बबूल के पेड़ से लटका हुआ मिला। बच्चे के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे और उसकी बनियान फटी हुई पाई गई। घटना ने पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।

घटना को लेकर भीम आर्मी के संस्थापक और आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर गहरी संवेदना जताई है और राज्य सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस हृदयविदारक घटना को "अत्यंत दुखद और चिंताजनक" बताया है।

पीड़ित परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

पीड़ित बालक के पिता ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा शाम के समय पशुओं के लिए चारा लेने गया था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। काफी खोजबीन के बाद उसका शव घर से महज़ 250 मीटर की दूरी पर एक पेड़ से लटका मिला।

Trending :

सांसद ने अपने ट्वीट में बताया कि, परिवार ने झंडी चौकी के इंचार्ज पर विपक्षियों से 5 लाख रुपए घूस लेकर हत्या करवाने का आरोप लगाया है।

चंद्रशेखर आज़ाद ने उठाई ये माँगें

चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी की टीम मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार के साथ मौजूद है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से निम्नलिखित माँगें की हैं:

  1. मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।

  2. ज़िला प्रशासन की ओर से तत्काल 5 लाख रुपए की अंतरिम राहत प्रदान की जाए।

  3. परिवार को 1 एकड़ जमीन और पक्का आवास 10 दिनों के भीतर दिया जाए।

  4. झंडी चौकी के इंचार्ज को तत्काल निलंबित किया जाए और हत्या में संलिप्त सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाए।

  5. मामले की निगरानी हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए, ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी जांच हो सके।

बढ़ते दलित उत्पीड़न पर चिंता

इस घटना ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ हो रहे अपराधों को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद का यह कड़ा रुख बताता है कि दलित समुदाय के साथ हो रहे अत्याचारों को अब राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर पूरी गंभीरता से उठाया जा रहा है।