बेंगलुरु- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु और राज्य भर में बसे बिहारी प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ा अनुरोध किया है। उन्होंने कंपनियों, ठेकेदारों, होटलों, बिल्डरों और दुकानदारों से अपील की है कि बिहार के मूल निवासी कर्मचारियों को 6 और 11 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए कम से कम तीन दिनों की वेतन सहित छुट्टी दें। खास बात यह है कि उन्होंने प्रवासियों से महागठबंधन को समर्थन देकर 'परिवर्तन की लहर' लाने का भी आह्वान किया है।
यह अपील बिहार चुनाव के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण है, जहां राज्य की 243 विधानसभा सीटों पर सियासी जंग तेज हो चुकी है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव को दो चरणों में बांटा है - पहला चरण 6 नवंबर को 121 सीटों पर और दूसरा चरण 11 नवंबर को शेष 122 सीटों पर होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। भाजपा-जेडीयू गठबंधन के खिलाफ आरजेडी-कांग्रेस समेत महागठबंधन की कोशिशें जोर पकड़ रही हैं, और प्रवासी वोटर इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

डीके शिवकुमार ने एक लिखित अपील में कहा, "बिहार के निवासी कर्नाटक की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। चुनाव में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी नियोक्ताओं से तीन दिनों की पेड लीव देने का आग्रह करता हूं। साथ ही, महागठबंधन को जिताकर बिहार को नई दिशा दें।" कुमार ने कहा, " मैं बिहार के सभी भाइयों और बहनों से महागठबंधन का समर्थन करने, तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री और राहुल गांधी को भारत का अगला प्रधानमंत्री बनाने की अपील करता हूँ।" यह बयान कर्नाटक सरकार की ओर से बिहारी वोटरों तक पहुंचाने की मुहिम का हिस्सा है।