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विशनाराम मेघवाल हत्याकांड: मुख्य आरोपी गिरफ्तार लेकिन धरना जारी; संघर्ष समिति ने कहा- फाँसी या उम्र क़ैद से कम नहीं हो सजा

बालोतरा, राजस्थान- विशनाराम मेघवाल हत्याकांड में दो महीने की लंबी फरारी के बाद मुख्य आरोपी हर्षदान चारण को पुलिस ने बुधवार रात को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, इस गिरफ्तारी के बावजूद परिजनों और समाज के लोगों का धरना अभी भी जारी है। उनका कहना है कि सिर्फ गिरफ्तारी पर्याप्त नहीं है, बल्कि आरोपी को जल्द से जल्द सजा मिले और इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।

10 दिसंबर 2024 को बालोतरा में विशनाराम मेघवाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से ही परिवार और समाज के लोगों ने न्याय के लिए संघर्ष शुरू कर दिया था। उनका आरोप था कि पुलिस और प्रशासन आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे आक्रोशित होकर 3 फरवरी 2025 से परिजनों और समाज के लोगों ने बालोतरा कलेक्टर कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद धरना जारी रहने का कारण यह है कि परिजन और समाज के लोग चाहते हैं कि हत्या की निष्पक्ष और तेज जांच हो, आरोपी को सख्त सजा मिले और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा व सुरक्षा प्रदान की जाए। विशनाराम मेघवाल हत्याकांड संघर्ष समिति ने अपनी कई मांगें प्रशासन के समक्ष रखी हैं। इनमें मुख्य रूप से हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी, आरोपी को शरण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई, फरारी के दौरान मदद करने वालों की जांच और जेल में आरोपी को किसी भी प्रकार की विशेष सुविधा न मिलने की मांग शामिल हैं।

बाड़मेर के सांसद उम्मेद राम बेनीवाल ने भी इस मामले को संसद में उठाया था और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की थी। परिजनों का कहना है कि वे तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक न्याय नहीं मिल जाता।

विशनाराम की पत्नी और नवजात पुत्री

पिता की पीड़ा: मेरी बेटी और नाती को मिले सम्मानजनक जीवन का अधिकार

गौरतलब है कि विशनाराम की हत्या के दो दिन बाद उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया. एक तरफ मोर्चरी में विशनाराम का मृत देह था, वहीँ दूसरी तरफ उसकी बेटी का जन्म हुआ, मातम के माहौल में घर में नन्हे मेहमान के आने की खुशियाँ की काफूर हो गई. विशनाराम की पत्नी अभी अपने मायके में है. युगल का विवाह पिछले साल फरवरी में हुआ था.

विशनाराम के ससुर गेबाराम जी की आंखों में चिंता और दिल में गहरा दर्द है। उनका कहना है, "मेरी बेटी का प्रसव ऑपरेशन से हुआ, जिसके बाद से वह असहनीय दर्द और कठिनाइयों से गुजर रही है। अब उसकी पूरी जिंदगी आगे पड़ी है, और उसे अपने नन्हे बच्चे का पालन-पोषण भी करना है। मैं चाहता हूं कि उसे और उसकी बेटी को जीवन यापन के लिए उचित मुआवजा मिले, ताकि वह अपने बच्चे को पढ़ा-लिखाकर एक बेहतर भविष्य दे सके।

धरना जारी रहेगा, समाज ने कहा- अब कभी अपराधी बेख़ौफ़ ना घूमे

समाज के लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए ताकि जल्द से जल्द न्याय हो। आरोपी और उसके परिवार से जुड़े अन्य आपराधिक मामलों की भी जांच करवाई जाए और इलाके में भय और दहशत के माहौल को खत्म करने के लिए प्रशासन ठोस कदम उठाए। समाज जनों ने ⁠कहा कि 2 महीने तक आरोपी को सरक्षण देने वालों के ऊपर भी कार्यवाही होनी चाहिए, ⁠आरोपी को खाना पैसे रहवासी मदद करने वाले उन तमाम लोगो के ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए. ⁠जेल में उनको किसी प्रकार की नशीली सामग्री उपलब्ध नहीं होनी चाहिए , यहाँ तक कि घर से खाना भी नहीं मिलना चाहिए.

इसके अलावा, मुगड़ा में कुछ समय पहले एक युवक पर हमले की घटना को लेकर भी लोगों में नाराजगी है। समाज के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।

इस हत्याकांड को लेकर बालोतरा और आसपास के इलाकों में भारी आक्रोश है। परिजनों और समाज के लोगों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक वे अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे।

(लेखक स्थानीय पत्रकार हैं, दलित अधिकार व सामजिक मुद्दों में रुचि रखते हैं )

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