भोपाल। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के बिलहरी गांव में राशन वितरण को लेकर विवाद इस कदर बढ़ा कि गोली चलने से 19 वर्षीय दलित युवक पंकज प्रजापति की मौत हो गई, जबकि उसका भाई आशीष घायल हो गया। घटना रविवार सुबह करीब 10 बजे ग्राम पंचायत की राशन दुकान पर हुई, जिसका संचालन गांव के ही एडवोकेट प्रवीण पटेरिया के घर से हो रहा था।
इस गोलीकांड के वीडियो सोमवार को सामने आए, जिनमें आरोपी प्रवीण पटेरिया को छत से गोली चलाते हुए साफ देखा जा सकता है। घटना के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया। परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया और तहसील कार्यालय के सामने चक्काजाम कर दिया। विरोध के दौरान एक व्यक्ति ने खुद को जलाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने बचा लिया।
राशन नहीं मिलने से उपजा विवाद बना हत्या की वजह
मृतक पंकज प्रजापति और उसका भाई आशीष गांव की राशन दुकान पर तीन महीने से लंबित राशन लेने पहुंचे थे। वहां दुकान संचालक से कहासुनी हो गई। जब वे परिजनों के साथ दोबारा राशन लेने आए तो प्रवीण पटेरिया, नवीन पटेरिया और रामसेवक अरजरिया ने गाली-गलौज की और मारपीट शुरू कर दी।
प्रवीण पटेरिया अपने घर की छत पर चढ़ गया और वहां से गोली चला दी। एक गोली पंकज की जांघ में लगी, उसे तत्काल ग्वालियर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं आशीष को भी गोली छूकर निकल गई, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
सड़क पर उतरे लोग, शव रखने से इनकार, आत्मदाह की कोशिश
घटना से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने सोमवार सुबह नौगांव अस्पताल पहुंचकर शव का पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया। इसके बाद सभी तहसील कार्यालय के सामने इकट्ठा हो गए और सड़क पर जाम लगा दिया। इस दौरान एक व्यक्ति ने पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने समय रहते बचा लिया।
शुरुआती लापरवाही पर गुस्सा, बाद में दर्ज हुआ हत्या और SC-ST एक्ट में केस
शुरुआत में पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी पर मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया, जिससे आक्रोश और बढ़ गया। करीब पांच घंटे के विरोध के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों – प्रवीण पटेरिया, नवीन पटेरिया और रामसेवक अरजरिया – के खिलाफ हत्या, षड्यंत्र और SC-ST एक्ट की गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की।
पुलिस ने मामले में BNS (भारतीय दंड संहिता) 115(2), 109(1), 296, 3(5), षड्यंत्र, सामाजिक सौहार्द भंग SC/ST (अत्याचार निवारण अधिनियम)3(1)(द), 3(1)(ध), 3(2)(वी), 3(2)(वीए)अनुसूचित जाति पर जानलेवा हमला और उत्पीड़न आर्म्स एक्ट 25-27अवैध हथियार से गोली चलाने का केस दर्ज किया है।
एडिशनल एसपी विदिता डांगर ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है, जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
दलित ने हक मांगा, उसे गोली मार दी गई: राहुल गांधी
घटना पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा सरकार को दलित विरोधी बताते हुए कहा, "एक दलित युवक ने जब अपना हक मांगा तो उसे गोली मार दी गई। पहले FIR नहीं की गई और फिर पोस्टमॉर्टम भी टाल दिया गया। भाजपा शासन में न्याय की मांग करना भी गुनाह बन गया है। दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी और सख्त सजा होनी चाहिए।"
तीन महीने से नहीं मिल रहा था राशन
ग्रामीणों का कहना है कि राशन वितरण में धांधली लंबे समय से चल रही थी। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। मृतक परिवार के मुताबिक, तीन महीने से उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा था और जब उन्होंने आवाज उठाई तो जानलेवा हमला कर दिया गया।
गांव में तनाव, पुलिस तैनात
घटना के बाद गांव में भारी तनाव बना हुआ है। स्थिति को देखते हुए कई थानों की पुलिस बल गांव में तैनात कर दी गई है। परिजन अब भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
द मूकनायक से बातचीत में अनुसूचित जाति कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल इवेंट और दिखावे की राजनीति कर रही है, जबकि जमीनी स्तर पर दलित समाज के साथ अन्याय और हिंसा लगातार बढ़ रही है।