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मैनपुरी में दलित किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, वीडियो बनाकर किया वायरल; भीम आर्मी चीफ ने की तत्काल कार्रवाई की मांग

मैनपुरी, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक 14 वर्षीय दलित किशोरी के साथ दो अधेड़ उम्र के व्यक्तियों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। इंसानियत को शर्मसार करते हुए आरोपियों ने इस घिनौनी हरकत का वीडियो भी बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना के बाद से ही दोनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

क्या है पूरा मामला?

मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना कुरावली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है। सोमवार को सुबह करीब 11 बजे, 14 वर्षीय पीड़िता पास के ही एक खेत में घास काटने गई थी। पीड़िता की माँ द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक, उसी समय गांव के दो अधेड़, महावीर यादव (50) पुत्र रामभरोसे और नवीनचंद्र यादव (40) पुत्र अमृत सिंह, वहां पहुंचे।

आरोप है कि दोनों ने किशोरी को डरा-धमकाकर खेत में खींच लिया और बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान उन्होंने पूरी घटना का वीडियो भी बना लिया। आरोपियों ने किसी को बताने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी। डरी-सहमी पीड़िता घर पहुंची और डर के मारे किसी को कुछ नहीं बताया।

मामले का खुलासा तब हुआ जब आरोपियों द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जब यह वीडियो पीड़िता के परिजनों तक पहुंचा, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर अपने साथ हुई आपबीती परिवार को बताई।

पुलिस की कार्रवाई

पीड़िता की माँ की शिकायत पर कुरावली थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दो टीमें गठित की गई हैं और उनकी तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

इस मामले पर मैनपुरी पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से जवाब देते हुए बताया, "संदर्भित प्रकरण में थाना स्थानीय पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है। प्रभारी निरीक्षक कुरावली को प्रकरण में आवश्यक विधिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है।"

चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया

इस घटना ने सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी तूल पकड़ लिया है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने अख़बार की कटिंग को एक्स पर पोस्ट करते हुए इसे सामंती, सामाजिक और जातिगत उत्पीड़न का परिणाम बताया।

उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए कई मांगें रखीं:

  1. दोनों आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।

  2. वीडियो बनाने और वायरल करने के लिए अतिरिक्त धाराओं में मुकदमा दर्ज हो।

  3. मामले में POCSO एक्ट और SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम की कठोर धाराओं में भी कार्रवाई की जाए।

  4. केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जाए।

  5. पीड़िता और उसके परिवार को पूरी सुरक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।

इस घटना और विशेषकर वीडियो वायरल होने के बाद से स्थानीय ग्रामीणों में भारी गुस्सा और नाराजगी है। सभी को आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी सजा मिलने का इंतजार है।

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