भोपाल। मध्यप्रदेश के शहडोल में एक दलित युवक को जय भीम बोलने पर दो युवकों ने पीट दिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पीड़ित ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें वह घटना के संबंध में बता रहा है। घटना ब्यौहारी थाना क्षेत्र के ग्राम साखी की है।
पुलिस ने बताया कि फरियादी चन्द्रशेखर साकेत पिता हीरालाल साकेत (21) निवासी ग्राम बिजहा बरहाटोला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया है कि मंगलवार को ग्राम साखी निवासी रामसुकुल राठौर ने अपने लड़के की शादी में पीड़ित को बैंड बजाने के लिए बुलाया था। चन्द्रशेखर साकेत बैंड पार्टी में ग्राम साखी गया था, तभी उसके साथ मारपीट की गई। चन्द्रशेखर के साथ राजेश साकेत, बबलू साकेत, नीरज साकेत और राजू साकेत भी गए थे।
जय भीम नमो बुद्धाय सुनते ही पीटने लगे
पीड़ित ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब 5 बजे मैं अपने मोबाइल से ग्राम खड्डा के पुष्पेन्द्र साकेत को फोन लगाकर जय भीम भाई नमो बुद्धाय बोला। मेरे मुंह से यह वाक्य सुनकर वहीं पास मे खड़े डब्बू गौतम और शिवांशू गौतम आए और बोले कि तू क्या बोल रहा है। इतना कहते हुए दोनों मुझे गाली देने लगे और पिटाई शुरू कर दी।
जान से मारने की धमकी देकर गए
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि मेरे चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर राजेश साकेत, राजू साकेत आकर बीच बचाव किया। िसके बाद दोनों युवक मुझे जान से मारने की धमकी देकर चले गए। पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने दोनों आरोपियो के खिलाफ धारा 294, 323, 506, 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना मे लिया है ।
थाना प्रभारी मोहन पड़वार ने बताया कि शिकायत के बाद डब्बू गौतम, शिवांशु गौतम निवासी साखी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
रिटायर्ड फौजी की गोलीबारी से दलित परिवार के मुखिया की मौत
ग्वालियर शहर के महाराजपुरा थाना क्षेत्र के रसूलपुर इलाके में हुए मामूली विवाद के मामले ने तूल पकड़ लिया. रिटायर फौजी यशवीर भदोरिया ने लाइसेंसी पिस्टल से दलित परिवार के सदस्यों पर फायरिंग कर दी. इस हमले में दलित परिवार के मुखिया की मौत हो गई तो दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. आरोपी के घर जाने वाली बिजली लाइन का तार कटने से यह पूरा विवाद हुआ. राजवीर की मौत के बाद परिवार के लोगों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
पीड़ित परिवार का कहना है कि राजवीर ने फौजी यशवीर भदोरिया को ट्रांसफार्मर पर जबरन तार डालने से रोका था. इसे लेकर दोनों पक्ष में विवाद हुआ था. इस बीच यशवीर के घर जाने वाली बिजली लाइन का तार कट गया. यशवीर को लगा कि धर्मवीर के परिवार के सदस्यों ने उसका तार काटा है. इसके बाद फौजी ने लाइसेंसी पिस्टल से धर्मवीर, राजवीर और उनके घर की महिला पर हमला कर दिया. इस हमले में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए.
गंभीर रूप से घायल तीनों मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान राजवीर की मौत हो गई और दोनों घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इधर पीड़ित परिवार के रिश्तेदार अजय जाटव का आरोप है कि “मामला दलित परिवार को परेशान करने का है और आरोपी कई साल से मेरे परिवार को परेशान कर रहे हैं. बिजली की लाइन तो बहाना है. पीड़ित परिवार ने आरोपी का घर तोड़े जाने की मांग की है.”