बिहार: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बिहार की राजधानी पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इस देश में अगर आप दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, ईबीसी, ओबीसी या अति पिछड़े वर्ग से हैं तो आप दोयम दर्जे के नागरिक हैं.
इस दौरान राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि आंबेडकर ने सच्चाई के लिए लड़ाई लड़ी. उन्होंने देश के गरीबों के लिए लड़ाई लड़ी. आंबेडकर जी देश के दलितों का समझ पाए. वह दलितों के दुख को उनकी सच्चाई को समझ पाए. बाद में वह उसी सच्चाई को लेकर लड़े. हम सच्चाई से दूर नहीं जा सकते. संविधान ही देश की सच्चाई का रक्षक है. हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं. आंबेडकर की विचारधारा हमारे खून के भीतर है और इसे कोई नहीं मिटा सकता.
राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में अगर आप दलित हो, पिछड़े वर्ग के हो, आदिवासी हो, अल्पसंख्यक हो, अति पिछड़े हो या महिला हो. अगर आप उच्च वर्ग से नहीं हो तो आप सेकंड क्लास सिटिजन हो. मैं ये ऐसे नहीं बोल रहा हूं, में ये सोच-समझकर बोल रहा हूं. मैं ये पढ़-लिखकर बोल रहा हूं.
राहुल गांधी ने कहा कि देश में 95 फीसदी लोग दलित, पिछड़े वर्ग, ईबीसी, ओबीसी और अति दलित हैं. लेकिन पांच फीसदी लोग इस पूरे देश को चला रहे हैं. बस 10 से 15 लोग हैं, जिन्होंने पूरे कॉरपोरेट इंडिया को पकड़ रखा है. आपका लाखों-करोड़ों रुपया सीधे इनकी जेब में जा रहा है. इन लोगों इन्होंने घेरकर रखा हुआ है, जिस वजह से आप सांस नहीं ले पा रहे हैं. क्योंकि इन्होंने पूरे सिस्टम को घेरकर रखा हुआ है. हम 21वीं सदी में जी रहे हैं. यह डेटा की सदी है.
उन्होंने कहा कि हमने तेलंगाना में जातिगत जनगणना कराया. तेलंगाना में हमारे पास पूरा डेटा है. इस डेटा के जरिए हम पूरी राजनीति को बदल सकते हैं. तेलंगाना में जिन लोगों ने बैंक से लोन लिया है, उसमें कोई ओबीसी, ईबीसी या दलित नहीं मिलेगा. बड़ी कंपनियों के मालिकों या सीईओ की लिस्ट में ये तबका कहीं नहीं मिलेगा. अगर मजदूरों की लिस्ट निकाली जाए तो उनमें 90 फीसदी से ज्यादा दलित और पिछड़े वर्ग के हैं. हम लोग जातीय जनगणना के पक्ष में हैं. यह एक क्रांतिकारी कदम है इसलिए आरएसएस और भाजपा इसे रोकना चाहती है लेकिन दुनिया की कोई शक्ति इसे करने से नहीं रोक सकती है.
राहुल ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शेयर बाजार की धज्जियां उड़ा दी हैं. यहां मौजूद एक फीसदी से कम लोग ही शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं. इस तरह शेयर बाजार आपका औजार नहीं है.