उत्तर प्रदेश: गोरखपुर जिले के सहजनवा थाना क्षेत्र के सिसई भस्का गांव में दो दलित मासूम बच्चों की गला रेतकर हत्या करने का मामला सामने आया है. इस सनसनीखेज घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है. दोनों बच्चों के शव अर्द्धनग्न अवस्था में मिले और उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू कर दी.
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान प्रिंस (पुत्र राकेश, निवासी कैंपियरगंज) और अभिषेक (पुत्र इंद्रेश, निवासी धस्का) के रूप में हुई है. दोनों बच्चे सफाई कर्मी के भतीजे और भांजे बताए जा रहे हैं. मृतक बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
पुलिस का कहना है कि पहले दोनों को बिजली के पोल में बांधकर पीटा गया। इसके बाद हत्या की गई। घटना सहजनवा इलाके के भक्सा गांव की है। शुक्रवार दोपहर दोनों के शव मिले। शवों के बीच की दूरी 50 मीटर थी।
जानकारी मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। गांव वालों ने एक घंटे तक पुलिस को बच्चों की लाश पोस्टमॉर्टम के लिए नहीं ले जाने दिया। पुलिस अधिकारियों ने काफी देर तक उन्हें समझाया। तब जाकर वे शांत हुए। उसके बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जा सकी।
दोनों शवों में एक का हाथ और दूसरे का हाथ-पैर बंधा था। वारदात के समय बच्चों की आवाज न निकले, इसलिए हत्यारे ने उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। सहजनवां पुलिस घटनास्थल की जांच पड़ताल कर रही है। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली.
चिलुआताल इलाके के नवापार के रहने वाले राकेश का ससुराल सहजनवा इलाके के भक्सा गांव में है। उनका 12 साल का बेटा प्रिंस अपने मामा इंद्रेश के घर आया था। गुरुवार शाम करीब 5 बजे प्रिंस और उसके मामा का बेटा अभिषेक (14) गांव में घूमने निकले। लेकिन, काफी देर बीत जाने के बाद भी दोनों वापस घर नहीं लौटे।
देर रात होने पर परिवार के लोगों ने दोनों बच्चों की तलाश शुरू की। लेकिन फिर भी दोनों का पता नहीं चला। परिवार के लोग गांव और रिश्तेदारी में तलाश कर ही रहे थे। इस बीच शुक्रवार दोपहर गांव से कुछ दूरी पर एक खेत में दोनों की न्यूड लाश मिली। अभिषेक कक्षा 6 और प्रिंस कक्षा 5 का छात्र था।
बच्चों की हत्या की सूचना मिलने पर गांव के लोग जमा हो गए। परिजन के साथ वे सड़क पर बैठ गए। पुलिस बच्चों का शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहती थी लेकिन वे डेडबॉडी को नहीं ले जाने दे रहे थे। सूचना मिलने पर एसएसपी गौरव ग्रोवर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजन से बात कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजन शांत हुए। 1 घंटे बाद उन्होंने शव को ले जाने की अनुमति दी।
SSP गौरव ग्रोवर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। दोनों बच्चों की हत्या किसने और क्यों की गई, हर एक एंगल से इसकी पड़ताल की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।
मामले पर शोक जताते हुए आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, "गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना में दो दलित किशोरों के निर्वस्त्र शव मिले हैं, जिनके गले रेत दिए गए थे। शव आपस में बंधे हुए थे और उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। यह वीभत्स घटना समाज को झकझोर देने वाली और कानून-व्यवस्था की गंभीर विफलता को भी उजागर करने वाली है। मेरी संवेदनाएं परिजनों के साथ है, प्रकृति उन्हें इस असीम दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें। गोरखपुर पुलिस इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच करें तथा दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कठोरतम दंड दिलाएं।"