अभिनेत्री जान्हवी कपूर ने कहा- आंबेडकर रोड पे रहती हूँ लेकिन मुझे इनके इतिहास के बारे में इतनी कम जानकारी...शर्म आनी चाहिए !

04:05 PM Jul 22, 2024 | Geetha Sunil Pillai

मुम्बई- अभिनेत्री जान्हवी कपूर की पहचान अब तक एक अदाकारा के तौर पर कम, उनके माता पिता - श्रीदेवी और बोनी कपूर की पुत्री के रूप में ज्यादा है . अपनी पहली फिल्म 'धड़क' के बाद उनकी किसी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं दिखाया है लेकिन जान्हवी ने हाल ही में एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में ऐसी बात कह दी कि लोग उनकी संवेदनशीलता और बुद्धिमत्ता के कायल हो गए हैं.

जाह्नवी ने मई में लल्लनटॉप को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे बाबा साहब आंबेडकर और गांधी जी के बीच डिबेट सुनना चाहेंगी. अभिनेत्री की इस बात को लेकर खूब चर्चाएँ उठी और सवाल खड़े हुए कि इस पीढ़ी में ऐसी एक्ट्रेस है जो इस प्रकार की सोच भी रखती हैं.

जान्हवी ने हाल ही 'माशेबल' से बातचीत के दौरान कहा, "क्या यह विश्वास करना इतना मुश्किल है कि एक युवा महिला अभिनेता की राय हो सकती है? मैं बहुत हैरान थी।"

जान्हवी ने आगे बताया कि उसके इस स्टेटमेंट को PR प्लग के रूप में देखा गया लेकिन " सच यह है कि वह स्टेटमेंट मैंने साक्षात्कारकर्ता से बातचीत करते समय यह बहुत सामान्य रूप से कहा था। लेकिन साक्षात्कार समाप्त होने के बाद, मैंने अपने पीआर से पूछा कि क्या मैंने कुछ गलत कहा है, और उन्होंने कहा, शायद लोग अंबेडकर बनाम गांधी बहस के मुद्दे को उठा लें। मैं घबरा गई क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि लोग इसे गलत समझें और फिल्म की रिलीज़ में बाधा डालें। फिर मेरी पीआर टीम ने साक्षात्कार करने वाले संगठन को बुलाया और उनसे पूछा कि क्या वे उस हिस्से को काट सकते हैं, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। तो विडंबना यह है कि मेरा पीआर वास्तव में उस हिस्से को पूरी तरह से हटाना चाहता था, लेकिन लोगों का मानना ​​था कि यह पीआर द्वारा लगाया गया था" ।

जान्हवी ने आगे कहा कि उन्होंने फिल्ममेकर नीरज घेवान के साथ काफी समय बिताया और घेवान जो एक दलित समुदाय से आते हैं , ने उन्हें अपने जीवन अनुभव , समुदाय से जुडी बाते शेयर की जिसको जानने के बाद जान्हवी के मन में जिज्ञासा जाग्रत हुई. उन्हें लगा कि मैं हिन्दू हूँ, मैं समाज का हिस्सा हूँ लेकिन मुझे अपने समाज से जुडी जानकारी कितनी कम है. "

" मैं अम्बेडकर रोड पे रहती हूँ लेकिन मुझे इनके इतिहास के बारे में जानकारी इतनीं कम है ...शर्म आनी चाहिए मुझे". इस अनुभूति ने जान्हवी को ट्रिगर किया और उसके बाद अभिनेत्री ने नीरज के द्वारा सुझाने पर बाबा साहब की पुस्तक "  Annihilation Of Caste" को पढ़ा और इस विषय पर अनेक वीडियोज देखे. उन्होने बताया की उसके बाद उनकी समझ और चीजों को देखने के नजरिये में बदलाव आया. जान्हवी ने इंटरव्यू में युवाओं से अपील की कि "इस देश के युवाओं के लिए अतीत के बारे में जानकारी के साथ समाज के लिए सूचित निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण है।"