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MP: बसपा नेता की हत्या से सतना में तनाव, हमलावर अब तक फरार

भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना जिले में सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महादेव मोहल्ले में रविवार रात बसपा नेता शुभम साहू की बेरहमी से की गई हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया है। घटना रात करीब 12:30 बजे की है, जब अज्ञात हमलावरों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से शुभम पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल शुभम को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत नाजुक होने के कारण उन्हें रीवा के संजय गांधी अस्पताल रेफर किया गया। दुर्भाग्यवश रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।

शुभम साहू पूर्व में यूथ कांग्रेस के महामंत्री और एनएसयूआई में सचिव रह चुके थे। कुछ ही समय पहले उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थामा था और पार्टी गतिविधियों के सिलसिले में भोपाल से लौटे थे। सतना पहुंचने के कुछ ही देर बाद उनकी निर्मम हत्या से राजनीतिक हलकों में शोक और आक्रोश दोनों है।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शुभम का अपने ही मोहल्ले के कुछ लोगों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद को हत्या की प्रमुख वजह माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा, "जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। क्षेत्र में शांति बनी रहे, इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।"

शुभम की हत्या पर बसपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही और कानून व्यवस्था की कमजोरी ने इस घटना को अंजाम तक पहुंचाया। नेताओं ने मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए।

बीएसपी प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल का आरोप – “मध्यप्रदेश में खत्म हो चुका है कानून का राज”

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने द मूकनायक से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज पूरी तरह खत्म हो चुका है और मोहन यादव की सरकार में प्रदेश "जंगलराज" की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम हत्या जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

पिप्पल ने बताया कि बीती 3 मई को भोपाल में आयोजित बीएसपी की प्रदेश स्तरीय बैठक में शुभम ने पार्टी की सदस्यता ली थी। शुभम पहले कांग्रेस से जुड़े हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि शुभम के पार्टी में शामिल होने से कुछ लोग इस कदर बौखला गए कि उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने सरकार से मांग की कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

शुभम के परिजनों का कहना है कि शुभम को पहले से धमकियां मिल रही थीं, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिवार ने न्याय की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।

क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात

घटना के बाद महादेव मोहल्ले और आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थानीय लोगों में भय और गुस्सा दोनों है। सतना पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

हत्या के पीछे जमीन विवाद या राजनीतिक साजिश?

जांच के शुरुआती निष्कर्षों में जहां जमीन विवाद को वजह बताया जा रहा है, वहीं कुछ राजनीतिक विश्लेषक शुभम की हालिया राजनीतिक गतिविधियों और दल परिवर्तन को भी घटना से जोड़कर देख रहे हैं। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। पुलिस ने घटना स्थल की फॉरेंसिक जांच कराई है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

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