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MP: गुना में युवक के साथ अमानवीय बर्ताव, कपड़े उतरवाए, जूतों से पीटा, उल्टा लटकाकर ठंडा पानी डाला

भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले के बजरंगगढ़ इलाके में एक युवक के साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक ने आरोप लगाया है कि पारदी गैंग के कुछ सदस्यों ने उसे जबरन उठा लिया और उसके साथ मारपीट की। आरोपियों ने पहले उसके कपड़े उतरवाए, फिर जूतों से पीटा और इसके बाद उल्टा लटकाकर खुले में ठंडा पानी डाला। इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया गया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। करीब 30 दिन पुराने इस मामले में अब जाकर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आरोपी फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यह मामला धरनावदा थाना क्षेत्र के बीलाखेड़ी गांव से जुड़ा है। 19 जनवरी को एक विवाद के दौरान वीरेंद्र उर्फ वीरन पारदी नामक युवक को गोली लग गई थी। घायल वीरन को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान उसकी बहन बनाश्री (40) ने अपने बेटे परमजीत उर्फ गुड्डू को अस्पताल में मामा के पास रहने के लिए कहा था।

गुड्डू के अनुसार, 20 जनवरी की रात करीब 10 बजे वह जज्जी बस स्टैंड के सामने एक होटल से खाना लेने गया था। इसी दौरान मोहर सिंह पारदी, मिथुन और नरेन्द्र पारदी (निवासी हड्डीमील, गुना) वहां पहुंचे और जबरन उसे अपने साथ गढ़ला गांव ले गए।

गुड्डू ने बताया कि गांव ले जाकर आरोपियों ने उसे गालियां दीं और कपड़े उतरवाए। इसके बाद उसे जूतों से पीटा गया। मारपीट करने के बाद आरोपियों ने उसे उल्टा लटकाकर खुले में ठंडा पानी डाला। इस दौरान आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया, जिसे कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। किसी तरह आरोपियों के चंगुल से छूटकर गुड्डू अपने घर पहुंचा और अपनी मां को पूरी घटना के बारे में बताया। डर की वजह से परिवार ने पहले पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई।

वीडियो वायरल होने के बाद सक्रिय हुई पुलिस, आरोपी अब भी फरार

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और पीड़ित ने भी हिम्मत जुटाकर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि वीडियो सामने आने से पहले पुलिस ने इस पर कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया। इस लापरवाही के चलते जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई कर लेती, तो आरोपी इतने दिनों तक फरार न रहते।

पुलिस का दावा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि, स्थानीय लोग और पीड़ित परिवार पुलिस की धीमी कार्रवाई से नाराज हैं। पीड़ित पक्ष का कहना है कि जब तक किसी घटना का वीडियो वायरल नहीं होता, तब तक पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने में टालमटोल करती है। इस मामले में भी यही देखने को मिला, जिससे आम जनता में कानून-व्यवस्था को लेकर अविश्वास बढ़ रहा है।

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