लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सोमवार को पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन पर आरोप है कि ये लोग दलित समुदाय के कुछ सदस्यों को मुफ्त इलाज और अन्य सुविधाओं का लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, रविवार को बाराबंकी के बंकीपुर गांव में राकेश नट के घर एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। इसमें करीब 14 लोग, जिनमें कुछ दलित समुदाय के लोग भी शामिल थे, मौजूद थे। पुलिस का कहना है कि यह प्रार्थना सभा सिर्फ दिखावा थी, असल उद्देश्य धर्म परिवर्तन कराना था।
इस मामले की सूचना बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर छापा मारा गया और 14 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
पूछताछ के बाद पांच आरोपियों को उत्तर प्रदेश अवैध धर्मांतरण प्रतिषेध अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम हैं: शिवानी कुमारी, ज्ञानंजय कुमार, श्याम सुंदर, राधेश्याम गौतम और रेखा कुमारी।
Times Of India द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का कहना है कि ये आरोपी आर्थिक रूप से कमजोर दलित परिवारों को मुफ्त चिकित्सा, आर्थिक सहायता और अन्य लाभों का लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहे थे। यह गतिविधि कथित तौर पर एक प्रार्थना सभा की आड़ में की जा रही थी।
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस कथित धर्मांतरण के पीछे कोई संगठित नेटवर्क तो नहीं है।