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नई संसद का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखने के लिए जंतर-मंतर में विशाल रैली

नई दिल्ली : नई संसद का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर (बाबा साहब) रखने को लेकर दिल्ली में एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली अखिल भारतीय परिसंघ के बैनर तले की गई। जिसका नेतृत्व डॉ. उदित राज कर रहे थे। जिसमें देश के अलग-अलग हिस्से से लोग आए थे। जिनकी एक ही मांग थी, नई संसद का नाम डॉ. भीमराव अंबेडकर रखा जाए।

दलितों पर होते अत्याचार भी मुख्य मुद्दा

इस विशाल रैली में नामकरण के अलावा, निजीकरण, ईडब्ल्यूएस और दलितों पर होते अत्याचारों को मुख्य मुद्दा रखा गया। रैली में मौजूद उतराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए लगातार दलितों पर होते अत्याचार पर अपनी बात रखी।

वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने कहा कि यह तो सिर्फ एक नजारा हैं। अगर सरकार नहीं मानी तो आगे और भी बड़ी रैली निकाली जाएगी। बाबा साहब की 22 प्रतिज्ञा लेने के बाद आप की सरकार से इस्तीफा देने वाले राजेंद्र पाल गौतम का जिक्र करते हुए कहा कि अभी तो बाबा साहब के नाम पर एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। अगर सरकार हमारी मांग को नहीं माने तो देश के सभी बहुजन विधायक और सांसद एक-एक करके इस्तीफा दे देंगे।

नहीं मानी सरकार तो बड़ी रैली होगी

कार्यक्रम के आयोजक डॉ. उदित राज ने द मूकनायक से बात करते हुए कहा कि मेरी एक आह्वान पर पूरे देश से लोग आए तो थे, लेकिन हमें उम्मीद थी कि और भी लोग आएंगे। लेकिन जितने भी आएं हैं यह हमारी ताकत है। जो नई संसद का नाम बाबा साहब के नाम पर रखना चाहते है। साथ ही कहा कि इस रैली के बाद भी अगर सरकार नहीं मानी तो इससे बड़ी रैली की जाएगी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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